
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की प्यास हर पूरी हो जाए.
कहीं पानी छलछला रहा हो आँखों में
और प्यास अधूरी ही रह जाए…
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की सांस हर पूरी हो जाए.
कहीं खुशबुओं की फुहार हो आसपास
और सांस अधूरी ही रह जाए…
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की याद हर पूरी हो जाए.
कहीं मिलने चला आये वो, राह तकी जिसकी
और याद अधूरी ही रह जाए…
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की आस हर पूरी हो जाए.
कहीं औंसुओं के रुकने की घडी आये
और आस अधूरी ही रह जाए…
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की रात हर पूरी हो जाए.
कहीं सुबह के सूरज का इंतज़ार करें हम
और रात अधूरी ही रह जाए…
तू साथ तब तक तो देना ऐ ज़िन्दगी
की आवाज़ हर पूरी हो जाए.
कहीं गीत के बोल हो ज़बान पर मेरी
और आवाज़ अधूरी ही रह जाए…
पर तू साथ तब ना देना ऐ ज़िन्दगी
की बात ये पूरी हो जाए.
टपकती रहे आँखें, तड़पता रहे दिल
और मांगने पे भी मौत ना आये.
Nice…
thanx aman
Very emotionally blended superb….
Thank u siddharth
Really nice sir.
It is mam actually. But thank u so much.